देश सेवा का जज्बा, परिजनों ने बढ़ाया हौसला
करण खंडेलवाल ने बताया कि उसका शुरू से ही भारतीय सेना में जाकर देश की सेवा करने का लक्ष्य था। उसने पिता के मामा धर्मेंद्र खंडेलवाल से प्रेरित होकर सेना में जाने का निर्णय लिया और इसके बाद जी-तोड़ मेहनत शुरू कर दी। उसने बीएससी करने के बाद दो बार एएफसीएटी और सीडीएस परीक्षा पास की, लेकिन साक्षात्कार में सफल नहीं हो पाए। इससे पहले दो बार एनडीए परीक्षा पास की, लेकिन उसके साक्षात्कार में भी सफलता नहीं मिली। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दोगुना जोश से लगातार तैयारी जारी रखी। इस बार करण को इसमें सफलता मिली। उन्होंने बताया कि जनवरी 2024 में सेना से साक्षात्कार के लिए बुलावा आया। इसके लिए प्रयागराज गए, जहां एसएसबी और मेडिकल टेस्ट क्लियर किया। अभी 22 अप्रेल 2024 को भारतीय सेना ने ऑल इंडिया मेरिट सूची जारी की, जिसमें करण ने 15वीं रैंक हासिल की। अब जुलाई 2024 से देहरादून में उसकी ट्रेनिंग शुरू होगी। करण ने बताया कि साक्षात्कार में असफलता के बावजूद उसके माता-पिता, बड़े भाई चार्टेड अकाउंटेंट सुमित एवं स्कूल शिक्षक दीपक मिस्त्री ने लगातार हौसला बढ़ाए रखा। इसके चलते आज यह सफलता मिली है।
सामाजिक संगठनों ने किया सम्मान
करण के भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर चयनित होने पर शहर के निवासियों, सामाजिक, संगठनों व समाजसेवियों ने खुुशी जाहिर करते हुए उसका व परिजनों का अभिनंदन किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघ चालक डॉ. जगदीश आर्य, सेवा भारती के जोधपुर प्रांत मंत्री चंपत मिस्त्री, कुटुंब प्रबंधन के भगवत सिंह सोलंकी, सुरेश प्रजापति, शैलेंद्र सिंह राठौड़, अनोप सिंह, संजय कुमार वर्मा ने उनके घर जाकर करण खंडेलवाल का श्रीफल व माल्यार्पण भेंटकर व शाॅल ओढ़ाकर सम्मान किया। परिजनों का कहना है कि बेटे ने इस पद पर चयनित होकर गांव के साथ ही इस जिले का भी नाम रोशन किया है।